कडपा जानकारी, नक्शा, इतिहास और दर्शनीय स्थल
कडपा के बारे मे जानकारी
कडपा शहर, आंध्र प्रदेश के कडपा जिले का एक नगर है, जिसका क्षेत्रफल १६४ वर्ग किलोमीटर है और इसका क्षेत्रफल में स्थान चौथा स्थान है आंध्र प्रदेश में, यहाँ की जनसँख्या ३४३०५४ है, इसका भारत के जनसंख्या में १३०वा स्थान है और आंध्र प्रदेश में छठवा है, कडपा की जनसँख्या घनत्व २१०० व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है, और यहाँ की साक्षरता ७९.७% है, यहाँ पर स्त्री पुरुष अनुपात।
कडपा समुद्र तल से १३८ मीटर की ऊंचाई पर है, इसके अक्षांश और देशांतर १४ डिग्री ४७ मिनट उत्तर से ७८ डिग्री ८२ मिनट पूर्व तक है, कडपा का पिन कोड ५१६००१, ५१६००२, ५१६००3, ५१६००२४ है, कडपा का एसटीडी कोड ०८५६२ है कडपा में वाहनों का पंजीकरण आंध्रप्रदेश ०४ से होता है, यहाँ पर बोली जाने वाली भाषाओ में हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी और आधिकारिक रूप से घोसित भाषा तेलुगु है, कडपा में हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई जय और बुद्ध रहते है।
कडपा का नक्शा मानचित्र मैप
कडपा का नक्शा गूगल मैप पर
कडपा शहर दर्शनीय स्थल
कडपा के दर्शनीय स्थलों में प्रमुख पर्यटन स्थल है, देवउइ कडापा मंदिर, मान्यता है की पहले लोग इस मंदिर का दर्शन करते है फिर तिरुपति के दरश को जाते है.
कडपा में मुस्लिमो की आस्था के लिए मस्जिद ऐ आज़म और ईसाइयो के लिए सेंट मैरी चर्च है, कहा जाता है की मेरी के प्रतिमा को रोम से लेकर यहाँ पर स्थापित किया गया था।
यहाँ की मुस्लिम प्रथा स्थल में अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राइ और रहमान भी यहाँ पर पूजा के लिए आ चुके है।
रामायण में वर्णित किष्किंधा कांड की जितनी भी घटनाये है वो इसी क्षेत्र से सम्बंधित है, वोंतमित्ता एक पवित्र स्थल शहर से २० किलोमीटर दूर है
कडपा का इतिहास
कडपा जिला, आंध्र प्रदेश की रायलसीमा क्षेत्र का जिला है,
कडपा ने कई राजवंशो के अधीन रह कर उन्नति की है, पहले यह निजाम के अधीन था फिर चोलो के अधीन फिर विजयनगर साम्राज्य और अंत में मैसूर राज्य की राजधानी बना।
कडपा का संक्षिप्त इतिहास शुरू होता है मौर्य साम्राज्य से, यहाँ पर दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व मौर्यो ने राज्य किया फिर सातवाहन राजाओ ने राज्य किया, इन सबके बाद बाण साम्राज्य ने कडपा पर राज्य किया।
बाण साम्राज्य ने आठवी शताब्दी तक राज्य किया, इसके बाद राष्ट्रकूट राजाओ ने यहाँ आधिपत्य स्थापित कर लिया, कडपा के इतिहास में इंद्र तृतीय का नाम काफी प्रसिद्द रहा है उन्होंने ९१५ ईसवी तक राज्य किया।
कडपा के इतिहास में अम्बडेव की मृत्यु के बाद प्रतापरुद्र द्वितीय ने शासन किया, इस अंतिम हिन्दू raja के बाद कडपा पर मुस्लिम आक्रंताओ ने अधिपत्य स्थापित कर लिया, कडपा के रक्त रंजीत इतिहास में खिलजी फिर मराठा फिर टीपू और अंग्रेजो का राज्य क्रमवार बदलता रहा और अंत में १९४७ को जब देश आजाद हुआ तब इसको आंध्रप्रदेश में शामिल कर दिया गया और २००४ में इसे एक जिले और नगर पालिका परिषद् बनाया गया