Information and Historical Facts of Allahabad, Uttar Pradesh
Information about Allahabad
Name | Allahabad |
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Country | India |
Continent | Asia |
Come in existance | 1575 |
Previous name any | Prayag |
Area in KM | 1,350 km2 |
Area in miles | 520 sq mi |
Population | 1,117,094 |
Population Density | 830/km2 (2,100/sq mi) |
Lat Long | 25.4358° N, 81.8463° E |
Name of Monuments | Triveni Sangam, Allahabad Fort, Khusro Bagh, Anand Bhavan, All Saints Cathedral, |
Places to Visit | Triveni Sangam, Hanuman Mandir, Anand Bhavan,Company Gardens Allahabad, All Saints Cathedral, Chandrashekhar Azad Park, Khusro Bagh , Allahabad Fort, Alopi Devi Mandir, Jawahar Planetarium, Allahabad High Court, Kalyani Devi Temple, Mankameshwar Temple, Alfred Park, Patalpuri Temple, Public Library, Shivkoti Mahadev Temple, Lalita Devi Temple, Mayo Memorial Hall, Minto Park, Narayan Ashram |
Time Zone | IST (UTC+5:30) |
STD | 91-532 |
Zip Code Start | 211001 |
Languages | Hindi |
Mayor | Abhilasha Gupta |
Rivers | Ganges, Yamuna, Saraswati River |
Airports | Allahabad Airport |
Historical Facts of Allahabad in Hindi
इलाहाबाद इतिहास – शहर का वर्तमान नाम अकबर द्वारा १५८३ में रखा गया था। हिन्दी नाम इलाहाबाद का अर्थ अरबी शब्द इलाह एवं फारसी से आबाद – यानि ‘ईश्वर द्वारा बसाया गया’, या ‘ईश्वर का शहर’ है।
पुराने काल में शहर को प्रयाग के नाम से जाना जाता था, क्योंकि सृष्टि कार्य पूर्ण होने पर सृष्टिकर्ता ब्रह्मा ने प्रथम यज्ञ यहीं किया था, उसके बाद यहां कई यज्ञ हुए। यह क्षेत्र पूर्व से मौर्य एवं गुप्त साम्राज्य के अंग एवं पश्चिम से कुशान साम्राज्य का अंग रहा है। बाद में ये कन्नौज साम्राज्य में आया। १५२६ में मुगल साम्राज्य के भारत पर पुनराक्रमण के बाद से इलाहाबाद मुगलों के अधीन आया। अकबर ने यहां संगम के घाट पर एक वृहत दुर्ग निर्माण करवाया था।
१९३१ में इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद ने ब्रिटिश पुलिस से घिर जाने पर स्वयं को गोली मार कर अपनी न पकड़े जाने की प्रतिज्ञा को सत्य किया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में नेहरु परिवार के पारिवारिक आवास आनन्द भवन एवं स्वराज भवन यहां भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीतिक गतिविधियों के केन्द्र रहे थे। यहां से हजारों सत्याग्रहियों को जेल भेजा गया था। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु इलाहाबाद निवासी ही थे।
इलाहाबाद गंगा-यमुना नदियों के संगम पर स्थित है। जिसे तीन ओर से नदियों ने घेर रखा है एवं मात्र एक ओर ही मुख्य भूमि से जुड़ा है। इस कारण ही शहर के भीतर व बाहर बढ़ते यातायात परिवहन हेतु अनेक सेतुओं द्वारा गंगा व यमुना नदियों के पार जाते हैं।
इसे ‘तीर्थराज’ भी कहते हैं। यही सबसे बड़े हिन्दू सम्मेलन महाकुंभ की चार स्थलियों में से एक है, शेष तीन हरिद्वार, उज्जैन एवं नासिक हैं। हिन्दू धर्मग्रन्थों में वर्णित प्रयाग स्थल पवित्रतम नदी गंगा और यमुना के संगम पर स्थित है। यहीं सरस्वती नदी गुप्त रूप से संगम में मिलती है, अतः ये त्रिवेणी संगम कहलाता है, जहां प्रत्येक बारह वर्ष में कुंभ मेला लगता है
ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल-इलाहाबाद किला, स्वराज भवन, आनन्द भवन, संगम, हनुमान मंदिर, शंकर विमान मण्डपम्, हनुमत् निकेतन, सरस्वती कूप, मनकामेश्वर मन्दिर, शिवकुटी, त्रिवेणी पुष्प, चक्रमाधव मन्दिर, पुष्प विहार, आदिवेणी माधव मन्दिर, सोमेश्वर नाथ मन्दिर, नृसिंह मन्दिर, श्री बाला त्रिपुर सुन्दरी मन्दिर, महर्षि महेश योगी आश्रम मन्दिर, सच्चा बाबा आश्रम आदि ।